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हर पेड़, एक जीवन : पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ
गौरैया जोड़े का संघर्ष: कंक्रीट के जंगल में जीवन की जद्दोजहद
मोती हाथी और चिंकी चींटी
कम खरीदो, मरम्मत करो, पुनर्चक्रण करो – और भविष्य को बचाओ!
इस कहानी में गणेश और कार्तिकेय माता–पिता भगवान शिव और माता पार्वती से मिलने कैलाश पर्वत की दिव्य यात्रा पर निकलते हैं। रास्ते में उन्हें एक अनोखी परीक्षा का सामना करना पड़ता है—जहाँ बुद्धि, भक्ति और पराक्रम की असली परख होती है। जानिए कैसे एक साधारण-सी परिक्रमा पूरे घटनाक्रम को बदल देती है और दोनों भाइयों को एक गहरा जीवन-संदेश देती है।
वृंदावन के जंगल में एक नन्हा हाथी गजु पानी से बहुत डरता था। जब दो छोटी मछलियाँ, बिन्नी और टिन्नी, उसकी मदद से उसे तैरना सिखाती हैं, तो तीनों अच्छे दोस्त बन जाते हैं। एक दिन जब मछुआरा तालाब में जाल डालता है, तो गजु अपनी सूँड़ से लहरें उठाकर मछलियों को बचा लेता है। इस कहानी से बच्चों को सिख मिलती है कि सच्ची दोस्ती में डर नहीं, बस भरोसा और साथ होता है।
एक दिन भूखी लोमड़ी फुनफुन को एक ऊँची दीवार के पार अंगूरों का बाग़ दिखाई देता है।
वह अंदर जाने की कोशिश करती है, लेकिन दरवाज़े पर एक डरावना पिटबुल पहरा दे रहा होता है।
बेचारी लोमड़ी डरकर वापस लौट जाती है और खुद से कहती है — “अंगूर तो वैसे भी खट्टे होंगे।”
कहानी सिखाती है कि कभी-कभी हमें हमारी मनचाही चीज़ तुरंत नहीं मिलती, पर धैर्य रखना ज़रूरी है।
बाघ अपनी ताक़त और घमंड में जंगल और गाँव को डराता रहा।
लेकिन शिकारी की चाल में फँसकर वह पिंजरे में कैद हो गया।
चिड़ियाघर तक ले जाए जाने पर उसे अपनी आज़ादी खोनी पड़ी।
आख़िरकार समझ आया कि घमंड का अंत हमेशा हार और कैद में होता है।
यह कहानी है लोमड़ी और बगुले की दोस्ती और चालाकी की। दोनों एक-दूसरे को दावत पर बुलाते हैं, लेकिन अलग-अलग तरीकों से खिलाने की कोशिश करते हैं। आखिर में उन्हें समझ आता है कि जैसा करोगे वैसा भरोगे। यह मज़ेदार और सीख देने वाली कहानी बच्चों के लिए बेहतरीन है
यह कहानी है गजेंद्र हाथी और शेरा शेर की, जो ताकत की होड़ में हमेशा लड़ते रहते थे। पर बुद्धिमान मयूर और एक जादुई फल की तलाश ने उन्हें सिखाया कि असली ताकत दोस्ती और भरोसे में होती है। जानिए कैसे उनकी दोस्ती ने पूरे जंगल में शांति और खुशहाली वापस ला दी
नील, एक सुंदर लेकिन घमंडी तोता, अपनी मधुर आवाज़ और रंग-बिरंगे पंखों पर बहुत गर्व करता था। वह जंगल के अन्य प्राणियों को तुच्छ समझता था, खासकर सीधे-सादे खरगोश बंटी को। लेकिन जब जंगल में भयंकर सूखा पड़ा, तो नील की सारी प्रतिभा बेकार साबित हुई, जबकि बंटी की समझदारी ने उसे बचा लिया। अंत में, नील को अपने अहंकार की गलती का एहसास हुआ और उसने विनम्रता की सच्ची शक्ति को पहचाना|
अन्वी एक सात साल की समझदार बच्ची है जो अपने पिता के साथ एक गाँव में रहती है। एक दुर्घटना में उसके पिता घायल हो जाते हैं, और अन्वी छोटी उम्र में घर की पूरी ज़िम्मेदारी संभालती है। कठिनाइयों में भी वह हिम्मत नहीं हारती और अंत में एक साधु की मदद से उसे अपने भीतर की ताकत का एहसास होता है। यह कहानी आत्म-विश्वास, सेवा और साहस की सच्ची मिसाल है।
रहस्य
जब मिलजुल कर सुलझाए जाते हैं, तो डर की जगह विश्वास जन्म लेता है।
सच्चा खजाना समझदारी है।
जहाँ दोस्ती और एकता होती है, वहाँ कभी कोई प्यासा नहीं रह सकता।
दोस्ती की ताकत: मोर, नाग और गजराज की गाथा | Power of Friendship: The Tale of Mayur, Nagraj, and Gajendra| Kids Story | Hindi Story
शत्रुता से दोस्ती तक: मोर और नागराज की कहानी | From Enmity to Friendship: The Tale of Mayur and Nagr
शत्रुता से दोस्ती तक: मोर और नागराज की कहानी | From Enmity to Friendship: The Tale of Mayur and Nagraj
यह कथा है वृंदा (तुलसी माता) की अटूट भक्ति और भगवान विष्णु के दिव्य प्रेम की। वृंदा के पतिव्रत धर्म, विष्णु जी के त्याग और तुलसी के जन्म की यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची भक्ति और प्रेम कभी व्यर्थ नहीं जाते। देवउठनी एकादशी के दिन होने वाला तुलसी विवाह इस अमर बंधन की याद दिलाता है।
यह प्रेरणादायक कहानी “स्थिर बुद्धि का रहस्य” गीता के गहन सिद्धांत पर आधारित है।
वैकुंठ धाम में भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी के बीच का संवाद जीवन का एक बड़ा सत्य प्रकट करता है —
सफलता और असफलता दोनों ही ईश्वर की इच्छा से होती हैं, हमारा कर्तव्य केवल कर्म करना है।
रामू और श्यामू की कहानी के माध्यम से यह कथा सिखाती है कि जो व्यक्ति फल की चिंता छोड़ देता है, वही सच्चे अर्थों में शांत और बुद्धिमान बनता है। सीख: कर्म करो, फल की चिंता मत करो — यही जीवन का रहस्य है।
दीपों के पर्व दीवाली की इस भावनात्मक कहानी में जानिए क्यों माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की एक साथ पूजा की जाती है।
एक छोटा बालक आरव अपनी माँ सुनीता से इस रहस्य को पूछता है, और माँ उसे सुनाती हैं एक दिव्य कथा — जहाँ नारद मुनि का संदेश गूंजता है — “पहले बुद्धि, फिर समृद्धि।” यह कहानी आपको ज्ञान, भक्ति और प्रकाश के सच्चे अर्थ का अनुभव कराएगी।
